23يَتَنازَعونَ فيها كَأسًا لا لَغوٌ فيها وَلا تَأثيمٌफ़ारूक़ ख़ान & अहमदवे वहाँ आपस में प्याले हाथोंहाथ ले रहे होंगे, जिसमें न कोई बेहूदगी होगी और न गुनाह पर उभारनेवाली कोई बात,