53أَتَواصَوا بِهِ ۚ بَل هُم قَومٌ طاغونَफ़ारूक़ ख़ान & नदवीये लोग एक दूसरे को ऐसी बात की वसीयत करते आते हैं (नहीं) बल्कि ये लोग हैं ही सरकश