15إِنَّ المُتَّقينَ في جَنّاتٍ وَعُيونٍफ़ारूक़ ख़ान & नदवीबेशक परहेज़गार लोग (बेहिश्त के) बाग़ों और चश्मों में (ऐश करते) होगें