14ذوقوا فِتنَتَكُم هٰذَا الَّذي كُنتُم بِهِ تَستَعجِلونَफ़ारूक़ ख़ान & अहमद"चखों मज़ा. अपने फ़ितने (उपद्रव) का! यहीं है जिसके लिए तुम जल्दी मचा रहे थे।"