5وَلَو أَنَّهُم صَبَروا حَتّىٰ تَخرُجَ إِلَيهِم لَكانَ خَيرًا لَهُم ۚ وَاللَّهُ غَفورٌ رَحيمٌफ़ारूक़ ख़ान & नदवीऔर अगर ये लोग इतना ताम्मुल करते कि तुम ख़ुद निकल कर उनके पास आ जाते (तब बात करते) तो ये उनके लिए बेहतर था और ख़ुदा तो बड़ा बख्शने वाला मेहरबान है