29أَم حَسِبَ الَّذينَ في قُلوبِهِم مَرَضٌ أَن لَن يُخرِجَ اللَّهُ أَضغانَهُمफ़ारूक़ ख़ान & अहमद(क्या अल्लाह से कोई चीज़ छिपी है) या जिन लोगों के दिलों में रोग है वे समझ बैठे है कि अल्लाह उनके द्वेषों को कदापि प्रकट न करेगा?