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Sura 47
Aya 27
27
فَكَيفَ إِذا تَوَفَّتهُمُ المَلائِكَةُ يَضرِبونَ وُجوهَهُم وَأَدبارَهُم

फ़ारूक़ ख़ान & नदवी

तो जब फ़रिश्तें उनकी जान निकालेंगे उस वक्त उनका क्या हाल होगा कि उनके चेहरों पर और उनकी पुश्त पर मारते जाएँगे