13وَكَأَيِّن مِن قَريَةٍ هِيَ أَشَدُّ قُوَّةً مِن قَريَتِكَ الَّتي أَخرَجَتكَ أَهلَكناهُم فَلا ناصِرَ لَهُمफ़ारूक़ ख़ान & अहमदकितनी ही बस्तियाँ थी जो शक्ति में तुम्हारी उस बस्ती से, जिसने तुम्हें निकाल दिया, बढ़-चढ़कर थीं। हमने उन्हे विनष्टम कर दिया! फिर कोई उनका सहायक न हुआ