53يَلبَسونَ مِن سُندُسٍ وَإِستَبرَقٍ مُتَقابِلينَफ़ारूक़ ख़ान & नदवीरेशम की कभी बारीक़ और कभी दबीज़ पोशाकें पहने हुए एक दूसरे के आमने सामने बैठे होंगे