10فَارتَقِب يَومَ تَأتِي السَّماءُ بِدُخانٍ مُبينٍफ़ारूक़ ख़ान & नदवीतो तुम उस दिन का इन्तेज़ार करो कि आसमान से ज़ाहिर ब ज़ाहिर धुऑं निकलेगा