10فَارتَقِب يَومَ تَأتِي السَّماءُ بِدُخانٍ مُبينٍफ़ारूक़ ख़ान & अहमदअच्छा तो तुम उस दिन की प्रतीक्षा करो, जब आकाश प्रत्यक्ष धुँआ लाएगा।