86وَلا يَملِكُ الَّذينَ يَدعونَ مِن دونِهِ الشَّفاعَةَ إِلّا مَن شَهِدَ بِالحَقِّ وَهُم يَعلَمونَफ़ारूक़ ख़ान & नदवीऔर ख़ुदा के सिवा जिनकी ये लोग इबादत करतें हैं वह तो सिफारिश का भी एख्तेयार नहीं रख़ते मगर (हॉ) जो लोग समझ बूझ कर हक़ बात (तौहीद) की गवाही दें (तो खैर)