75لا يُفَتَّرُ عَنهُم وَهُم فيهِ مُبلِسونَफ़ारूक़ ख़ान & अहमदवह (यातना) कभी उनपर से हल्की न होगी और वे उसी में निराश पड़े रहेंगे