50فَلَمّا كَشَفنا عَنهُمُ العَذابَ إِذا هُم يَنكُثونَफ़ारूक़ ख़ान & अहमदफिर जब भी हम उनपर ले यातना हटा देते है, तो क्या देखते है कि वे प्रतिज्ञा-भंग कर रहे है