3إِنّا جَعَلناهُ قُرآنًا عَرَبِيًّا لَعَلَّكُم تَعقِلونَफ़ारूक़ ख़ान & अहमदहमने उसे अरबी क़ुरआन बनाया, ताकि तुम समझो