39وَالَّذينَ إِذا أَصابَهُمُ البَغيُ هُم يَنتَصِرونَफ़ारूक़ ख़ान & नदवीऔर (वह ऐसे हैं) कि जब उन पर किसी किस्म की ज्यादती की जाती है तो बस वाजिबी बदला ले लेते हैं