37وَالَّذينَ يَجتَنِبونَ كَبائِرَ الإِثمِ وَالفَواحِشَ وَإِذا ما غَضِبوا هُم يَغفِرونَफ़ारूक़ ख़ान & नदवीऔर जो लोग बड़े बड़े गुनाहों और बेहयाई की बातों से बचे रहते हैं और ग़ुस्सा आ जाता है तो माफ कर देते हैं