37وَالَّذينَ يَجتَنِبونَ كَبائِرَ الإِثمِ وَالفَواحِشَ وَإِذا ما غَضِبوا هُم يَغفِرونَफ़ारूक़ ख़ान & अहमदजो बड़े-बड़े गुनाहों और अश्लील कर्मों से बचते है और जब उन्हे (किसी पर) क्रोध आता है तो वे क्षमा कर देते हैं;