36وَقالَ فِرعَونُ يا هامانُ ابنِ لي صَرحًا لَعَلّي أَبلُغُ الأَسبابَफ़ारूक़ ख़ान & अहमदफ़िरऔन ने कहा, "ऐ हामान! मेरे एक उच्च भवन बना, ताकि मैं साधनों तक पहुँच सकूँ,