32وَيا قَومِ إِنّي أَخافُ عَلَيكُم يَومَ التَّنادِफ़ारूक़ ख़ान & नदवीऔर ऐ हमारी क़ौम मुझे तो तुम्हारी निस्बत कयामत के दिन का अन्देशा है