32وَيا قَومِ إِنّي أَخافُ عَلَيكُم يَومَ التَّنادِफ़ारूक़ ख़ान & अहमदऔर ऐ मेरी क़ौम के लोगो! मुझे तुम्हारे बारे में चीख़-पुकार के दिन का भय है,