30وَقالَ الَّذي آمَنَ يا قَومِ إِنّي أَخافُ عَلَيكُم مِثلَ يَومِ الأَحزابِफ़ारूक़ ख़ान & नदवीतो जो शख्स (दर पर्दा) ईमान ला चुका था कहने लगा, भाईयों मुझे तो तुम्हारी निस्बत भी और उम्मतों की तरह रोज़ (बद) का अन्देशा है