8وَإِذا حَضَرَ القِسمَةَ أُولُو القُربىٰ وَاليَتامىٰ وَالمَساكينُ فَارزُقوهُم مِنهُ وَقولوا لَهُم قَولًا مَعروفًاफ़ारूक़ ख़ान & अहमदऔर जब बाँटने के समय नातेदार और अनाथ और मुहताज उपस्थित हो तो उन्हें भी उसमें से (उनका हिस्सा) दे दो और उनसे भली बात करो