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Sura 4
Aya 44
44
أَلَم تَرَ إِلَى الَّذينَ أوتوا نَصيبًا مِنَ الكِتابِ يَشتَرونَ الضَّلالَةَ وَيُريدونَ أَن تَضِلُّوا السَّبيلَ

फ़ारूक़ ख़ान & अहमद

क्या तुमने उन लोगों को नहीं देखा, जिन्हें सौभाग्य प्रदान हुआ था अर्थात किताब दी गई थी? वे पथभ्रष्टता के खरीदार बने हुए है और चाहते है कि तुम भी रास्ते से भटक जाओ