38وَالَّذينَ يُنفِقونَ أَموالَهُم رِئَاءَ النّاسِ وَلا يُؤمِنونَ بِاللَّهِ وَلا بِاليَومِ الآخِرِ ۗ وَمَن يَكُنِ الشَّيطانُ لَهُ قَرينًا فَساءَ قَرينًاफ़ारूक़ ख़ान & नदवीऔर जो लोग महज़ लोगों को दिखाने के वास्ते अपने माल ख़र्च करते हैं और न खुदा ही पर ईमान रखते हैं और न रोजे आख़ेरत पर ख़ुदा भी उनके साथ नहीं क्योंकि उनका साथी तो शैतान है और जिसका साथी शैतान हो तो क्या ही बुरा साथी है