121أُولٰئِكَ مَأواهُم جَهَنَّمُ وَلا يَجِدونَ عَنها مَحيصًاफ़ारूक़ ख़ान & नदवीयही तो वह लोग हैं जिनका ठिकाना बस जहन्नुम है और वहॉ से भागने की जगह भी न पाएंगे