121أُولٰئِكَ مَأواهُم جَهَنَّمُ وَلا يَجِدونَ عَنها مَحيصًاफ़ारूक़ ख़ान & अहमदवही लोग है जिनका ठिकाना जहन्नम है और वे उससे अलग होने की कोई जगह न पाएँगे