77قالَ فَاخرُج مِنها فَإِنَّكَ رَجيمٌफ़ारूक़ ख़ान & नदवी(कहाँ आग कहाँ मिट्टी) खुदा ने फरमाया कि तू यहाँ से निकल (दूर हो) तू यक़ीनी मरदूद है