69ما كانَ لِيَ مِن عِلمٍ بِالمَلَإِ الأَعلىٰ إِذ يَختَصِمونَफ़ारूक़ ख़ान & अहमदमुझे 'मलए आला' (ऊपरी लोक के फ़रिश्तों) का कोई ज्ञान नहीं था, जब वे वाद-विवाद कर रहे थे