51مُتَّكِئينَ فيها يَدعونَ فيها بِفاكِهَةٍ كَثيرَةٍ وَشَرابٍफ़ारूक़ ख़ान & अहमदउनमें वे तकिया लगाए हुए होंगे। वहाँ वे बहुत-से मेवे और पेय मँगवाते होंगे