46إِنّا أَخلَصناهُم بِخالِصَةٍ ذِكرَى الدّارِफ़ारूक़ ख़ान & नदवीहमने उन लोगों को एक ख़ास सिफत आख़ेरत की याद से मुमताज़ किया था