19فَإِنَّما هِيَ زَجرَةٌ واحِدَةٌ فَإِذا هُم يَنظُرونَफ़ारूक़ ख़ान & नदवीऔर तुम ज़लील होगे और वह (क़यामत) तो एक ललकार होगी फिर तो वह लोग फ़ौरन ही (ऑंखे फाड़-फाड़ के) देखने लगेंगे