168لَو أَنَّ عِندَنا ذِكرًا مِنَ الأَوَّلينَफ़ारूक़ ख़ान & नदवीकि अगर हमारे पास भी अगले लोगों का तज़किरा (किसी किताबे खुदा में) होता