137وَإِنَّكُم لَتَمُرّونَ عَلَيهِم مُصبِحينَफ़ारूक़ ख़ान & नदवीऔर ऐ अहले मक्का तुम लोग भी उन पर से (कभी) सुबह को और (कभी) शाम को (आते जाते गुज़रते हो)