12بَل عَجِبتَ وَيَسخَرونَफ़ारूक़ ख़ान & नदवीबल्कि तुम (उन कुफ्फ़ार के इन्कार पर) ताज्जुब करते हो और वह लोग (तुमसे) मसख़रापन करते हैं