116وَنَصَرناهُم فَكانوا هُمُ الغالِبينَफ़ारूक़ ख़ान & नदवीऔर (फिरऔन के मुक़ाबले में) हमने उनकी मदद की तो (आख़िर) यही लोग ग़ालिब रहे