62وَلَقَد أَضَلَّ مِنكُم جِبِلًّا كَثيرًا ۖ أَفَلَم تَكونوا تَعقِلونَफ़ारूक़ ख़ान & अहमदउसने तो तुममें से बहुत-से गिरोहों को पथभ्रष्ट कर दिया। तो क्या तुम बुद्धि नहीं रखते थे?