57لَهُم فيها فاكِهَةٌ وَلَهُم ما يَدَّعونَफ़ारूक़ ख़ान & नदवीबेिहश्त में उनके लिए (ताज़ा) मेवे (तैयार) हैं और जो वह चाहें उनके लिए (हाज़िर) है