50فَلا يَستَطيعونَ تَوصِيَةً وَلا إِلىٰ أَهلِهِم يَرجِعونَफ़ारूक़ ख़ान & अहमदफिर न तो वे कोई वसीयत कर पाएँगे और न अपने घरवालों की ओर लौट ही सकेंगे