46وَما تَأتيهِم مِن آيَةٍ مِن آياتِ رَبِّهِم إِلّا كانوا عَنها مُعرِضينَफ़ारूक़ ख़ान & अहमदउनके पास उनके रब की आयतों में से जो आयत भी आती है, वे उससे कतराते ही है