27بِما غَفَرَ لي رَبّي وَجَعَلَني مِنَ المُكرَمينَफ़ारूक़ ख़ान & अहमदकि मेरे रब ने मुझे क्षमा कर दिया और मुझे प्रतिष्ठित लोगों में सम्मिलित कर दिया।"