52وَقالوا آمَنّا بِهِ وَأَنّىٰ لَهُمُ التَّناوُشُ مِن مَكانٍ بَعيدٍफ़ारूक़ ख़ान & अहमदऔर कहेंगे, "हम उसपर ईमान ले आए।" हालाँकि उनके लिए कहाँ सम्भव है कि इतने दूरस्थ स्थान से उसको पास सकें