30قُل لَكُم ميعادُ يَومٍ لا تَستَأخِرونَ عَنهُ ساعَةً وَلا تَستَقدِمونَफ़ारूक़ ख़ान & अहमदकह दो, "तुम्हारे लिए एक विशेष दिन की अवधि नियत है, जिससे न एक घड़ी भर पीछे हटोगे और न आगे बढ़ोगे।"