44تَحِيَّتُهُم يَومَ يَلقَونَهُ سَلامٌ ۚ وَأَعَدَّ لَهُم أَجرًا كَريمًاफ़ारूक़ ख़ान & अहमदजिस दिन वे उससे मिलेंगे उनका अभिवादन होगा, सलाम और उनके लिए प्रतिष्ठामय प्रदान तैयार कर रखा है