34وَاذكُرنَ ما يُتلىٰ في بُيوتِكُنَّ مِن آياتِ اللَّهِ وَالحِكمَةِ ۚ إِنَّ اللَّهَ كانَ لَطيفًا خَبيرًاफ़ारूक़ ख़ान & नदवीऔर (ऐ नबी की बीबियों) तुम्हारे घरों में जो खुदा की आयतें और (अक़ल व हिकमत की बातें) पढ़ी जाती हैं उनको याद रखो कि बेशक ख़ुदा बड़ा बारीक है वाक़िफकार है