65يا أَهلَ الكِتابِ لِمَ تُحاجّونَ في إِبراهيمَ وَما أُنزِلَتِ التَّوراةُ وَالإِنجيلُ إِلّا مِن بَعدِهِ ۚ أَفَلا تَعقِلونَफ़ारूक़ ख़ान & अहमद"ऐ किताबवालो! तुम इबराहीम के विषय में हमसे क्यों झगड़ते हो? जबकि तौरात और इंजील तो उसके पश्चात उतारी गई है, तो क्या तुम समझ से काम नहीं लेते?