57وَأَمَّا الَّذينَ آمَنوا وَعَمِلُوا الصّالِحاتِ فَيُوَفّيهِم أُجورَهُم ۗ وَاللَّهُ لا يُحِبُّ الظّالِمينَफ़ारूक़ ख़ान & नदवीऔर जिन लोगों ने ईमान क़ुबूल किया और अच्छे (अच्छे) काम किए तो ख़ुदा उनको उनका पूरा अज्र व सवाब देगा और ख़ुदा ज़ालिमों को दोस्त नहीं रखता