150بَلِ اللَّهُ مَولاكُم ۖ وَهُوَ خَيرُ النّاصِرينَफ़ारूक़ ख़ान & नदवी(तुम किसी की मदद के मोहताज नहीं) बल्कि ख़ुदा तुम्हारा सरपरस्त है और वह सब मददगारों से बेहतर है