132وَأَطيعُوا اللَّهَ وَالرَّسولَ لَعَلَّكُم تُرحَمونَफ़ारूक़ ख़ान & अहमदऔर अल्लाह और रसूल के आज्ञाकारी बनो, ताकि तुमपर दया की जाए