93مِن دونِ اللَّهِ هَل يَنصُرونَكُم أَو يَنتَصِرونَफ़ारूक़ ख़ान & अहमदक्या वे तुम्हारी कुछ सहायता कर रहे है या अपना ही बचाव कर सकते है?"